Praygraj में Truck driver Ravendra murder के दो आरोपियों को पुलिस ने मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया। यह मुठभेड़ लाल बिहार कॉलोनी के पास गंगा घाटी में हुई, जहाँ एक आरोपी घायल हो गया, जबकि दूसरा फरार हो गया।
पुलिस ने घटनास्थल से हथियार बरामद किए और घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया। पूछताछ के दौरान फरार आरोपियों के बारे में जानकारी मिली। पुलिस ने आरोपियों को शरण देने वाले छह लोगों को भी गिरफ्तार किया।
- Encounter में एक अपराधी घायल हो गया।
- पुलिस ने हथियार बरामद किए।
- उन्हें शरण देने वाले छह लोगों को गिरफ्तार किया गया।
प्रयागराज। ट्रक चालक रवेंद्र कुमार उर्फ मुन्नू की हत्या के सात फरार आरोपियों में से दो की रविवार रात लाल बिहार कॉलोनी के पास गंगा घाटी में पुलिस से मुठभेड़ हो गई। पुलिस की जवाबी गोलीबारी में एक अपराधी घायल हो गया।
उसके पैर में गोली लगी, जबकि उसका पिता अंधेरे में भाग निकला। पुलिस ने घटनास्थल से एक तमंचा और कारतूस बरामद किए। उसे स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल में भर्ती कराया गया। पूछताछ के दौरान पुलिस को उसके फरार साथियों के बारे में अहम जानकारी मिली।
Dhoomanganj Police Station क्षेत्र के नीमसराय निवासी रवेंद्र कुमार उर्फ मुन्नू हाईवे पर संविदा पर ड्राइवर था। मंगलवार दोपहर रवेंद्र अपनी बस में ईंधन भरवाने मुंडेरा पेट्रोल पंप गया था। हसनैन, उसका भाई नूरैन, अली, कामरान, इरफान, हुसैन, कैफी और अन्य हमलावर पहले से ही मौजूद थे। रवेंद्र को देखते ही उन्होंने उस पर हमला कर दिया और उसे पीटना शुरू कर दिया।
उन्होंने उसके सिर पर पत्थर मारकर उसकी हत्या कर दी। धूमनगंज थाने में सात नामजद और कई अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या समेत विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया गया। पुलिस ने पहले चौकी प्रभारी और फिर धूमनगंज इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया। फरार आरोपियों पर 25-25 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया गया है।
आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) के साथ छह पुलिस टीमें तैनात की गई थीं। रविवार देर रात पुलिस को पता चला कि कुछ आरोपी गंगा के बाढ़ क्षेत्र से भागने वाले हैं। यह सूचना मिलते ही पुलिस ने इलाके की घेराबंदी कर दी।
इसके तुरंत बाद, जब पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार करने का प्रयास किया, तो उन्होंने गोलीबारी शुरू कर दी और भाग गए। पुलिस टीम ने भी गोलीबारी की, और उनमें से एक के पैर में गोली लग गई, जिससे वह ज़मीन पर गिर पड़ा। पुलिस ने उस व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया। उसने अपना नाम अली बताया, जो मरियाडीह धूमनगंज का रहने वाला है। उसने बताया कि उसके पिता नूरैन उसके साथ थे और भाग गए थे। पुलिस का कहना है कि अली के खिलाफ पहले भी कई मामले दर्ज हैं।
दो दिन पहले छह आश्रयदाताओं को गिरफ्तार किया गया था। घटना के बाद आरोपियों के कई करीबी दोस्तों और रिश्तेदारों ने उन्हें शरण दी थी। पुलिस ने एक निगरानी दल की मदद ली और इस जानकारी की पुष्टि हुई। इसके बाद, मेराज अहमद, शमशाद अहमद, उसका बेटा सुभान अहमद, निवासी मुंडेरा मंडी नीमसराय, और शमीम अहमद सहित छह लोगों को गिरफ्तार किया गया।
आरोपी ने घटना से पहले और बाद में इन सभी से मोबाइल फोन पर बात की थी। वह उनके घरों में भी गया था और उन्हें इलाके से भागने में मदद की थी।

