धानापुर पुलिस ने बीते दिनों चेकिंग अभियान के दौरान गोविन्द उपाध्याय को शातिर अपराधी बताते हुए चोरी की बाइक 315 बोर तमंचा और पांच किलो अवैध गांजा के साथ गिरफ्तार किये जाने दावा किया था, जो झूठी निकली।
चन्दौली / । धानापुर पुलिस ने बीते दिनों चेकिंग अभियान के दौरान गोविन्द उपाध्याय को शातिर अपराधी बताते हुए चोरी की बाइक 315 बोर तमंचा और पांच किलो अवैध गांजा के साथ गिरफ्तार किये जाने दावा किया था, जो झूठी निकली। इस मामले में आईजी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए एसएचओ को लाइन हाजिर कर दिया है। उनके स्थान पर एसपी अंकुर अग्रवाल ने नए एसएचओ बीर बहादुर की पोस्टिंग है।
बता दें कि गिरफ्तारी के बाद घटना की जानकारी देते हुए सकलडीहा सीओ राजेश कुमार राय ने बतया था कि धानापुर पुलिस ने रविवार की देर शाम चेकिंग अभियान के दौरान एक शातिर अपराधी को चोरी की बाइक 315 बोर तमंचा और पांच किलो अवैध गांजा के साथ गिरफ्तार किया।
सोमवार को सीओ राजेश कुमार राय ने कहा कि घटना का विवरण देते हुए आरोपी को विभिन्न धाराओं में न्यायालय से जेल भेजने की बातें बताई थीं। पकड़े गये आरोपी को पुलिस ने सीओ कार्यालय सकलडीहा में पेश किया गया था।
मगर दिलचस्प पहलू यह है कि धानापुर एसएचओ ने गोविन्द उपाध्याय के खिलाफ झूठी कहानी रचते हुए उनकी गिरफ्तारी दिखाई थी। इस मामले में परिजनों की शिकायत के बाद वाराणसी आईजी के सत्यनारायण ने बड़ी कार्रवाई करते हुए धानापुर एसएचओ को लाइन हाजिर कर दिया है और चन्दौली एसपी अंकुर अग्रवाल को निर्देश दिया है कि वे गोविन्द उपाध्याय की तत्काल जमानत करने की व्यवस्था करें।
धानापुर एसएचओ की गोविन्द उपाध्याय के खिलाफ गिरफ्तारी को लेकर झूठी कहानी ने पुलिस के पूरे सिस्टम पर सवालिया प्रश्न खड़ा कर दिया है।